Sunday, November 17, 2013

Monday, September 9, 2013

ओलम्पिक्स-2020 में कुश्ती को शामिल करने का फैसला

09-सितम्बर-2013 12:50 IST
अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति के फैसले का स्वागत
Courtesy Photo
केंद्रीय खेल और युवा कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री जितेन्द्र सिंह ने 2020 के ओलम्पिक खेलों में कुश्ती को शामिल करने के अंतर्राष्ट्रीय ओलम्पिक समिति (आईओसी) के फैसले पर प्रसन्नता व्यक्त की है। 8 सितंबर 2013 को ब्यूनस आयरस, अर्जेंटीना में समिति के 125वें अधिवेशन में ओलम्पिक्स-2020 में अन्य 25 प्रमुख खेलों के साथ कुश्ती को शामिल करने का फैसला लिया गया। कुश्ती, स्कवॉश और बेसबॉल/सॉफ्टबॉल को ओलम्पिक्स-2020 में अतिरिक्त खेल के रूप में शामिल करने के बारे में विवाद बना हुआ था। कुश्ती को शामिल करने का फैसला मतदान के जरिए हुआ। 

12 फरवरी, 2013 को आईओसी के कार्यकारी बोर्ड की बैठक ने सिफारिश की थी कि कुश्ती को 2020 के ओलम्पिक्स में प्रमुख खेलों की सूची में शामिल न किया जाए। इसका संचालन कुश्ती एसोसिएशनों की अंतर्राष्ट्रीय फेडरेशन द्वारा किया जाता है। 20 मई, 2013 को रूस में सेंट पीटर्सबर्ग में हुई बोर्ड की बैठक में सिफारिश की गई कि कुश्ती, स्कवॉश और बेसबॉल/सॉफ्टबॉल को ओलम्पिक्स-2020 में अतिरिक्त खेल के रूप में शामिल करने के बारे में आईओसी के 125वें अधिवेशन में विचार किया जाए। 
12 फरवरी, 2013 को आईओसी के कार्यकारी बोर्ड द्वारा कुश्ती को प्रमुख खेलों की सूची से बाहर रखने के फैसले से धक्का लगा था। युवा कार्य और खेल मंत्रालय ने आईओसी और उन देशों के साथ, जहां कुश्ती लोकप्रिय है, इस मामले को उठाया, ताकि कुश्ती को ओलम्पिक खेलों में शामिल रखा जा सके। 

श्री जितेन्द्र सिंह ने आईओसी के अध्यक्ष श्री जैक्स रॉग को पत्र लिखकर उनसे बोर्ड के फैसले पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया। श्री जितेन्द्र सिंह ने अन्य देशों के खेल मंत्रियों को भी पत्र लिखा, जहां कुश्ती लोकप्रिय है और उनके पहलवानों ने लंदन ओलम्पिक्स-2012 में भाग लिया था। खेल सचिव ने भी विदेश सचिव को लिखा था कि विदेश मंत्रालय 70 देशों में हमारे राजदूतों और उच्चायुक्तों से कहे कि वे उन देशों के खेल मंत्रियों से इस मामले को आईओसी के सामने उठाऩे को कहें। 2 सितंबर, 2013 को मंत्रालय ने आईओसी के सभी सदस्यों से अनुरोध किया था कि वे कुश्ती को ओलम्पिक खेलों की प्रमुख सूची में शामिल रखने के बारे में फैसला लें। 

इन सब प्रयासों का सुखद परिणाम निकला। कुश्ती 1886 में एथेंस में शुरू हुए आधुनिक ओलम्पिक खेलों में शामिल थी और उसके बाद भी रही है। प्राचीन ओलम्पिक्स में भी कुश्ती खेलों का हिस्सा थी। आज के समय में भी कुश्ती लोकप्रिय है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि लंदन ओलम्पिक्स-2012 में 71 देशों ने कुश्ती स्पर्धाओं में भाग लिया था। (PIB)
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वि. कासोटिया/राजगोपाल/शदीद-6070                

Monday, August 26, 2013

भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा अपने संविधान में संशोधन

26-अगस्त-2013 15:17 IST
भारत सरकार ने किया संशोधन करने के फैसले का स्‍वागत
1. भारत सरकार ने रविवार को भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) की जनरल बॉ‍डी की बैठक आयोजित होने और उसके द्वारा अपने संविधान को खेल संहि‍ता कि अनुरूप बनाने के लिए उसमें संशो‍धन करने पर सहमत होने का फैसला लिए जाने का स्‍वागत किया। भारत सरकार को इस बात की भी खुशी है कि अंतर्राष्‍ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के पर्यवेक्षकों ने इस बैठक में हिस्‍सा लिया। 

2. हालांकि संशोधन अब तक आधिकारिक तौर पर सरकार को उपलब्‍ध नहीं कराये गये हैं, युवा मामले एवं खेल मंत्रालय समझता है कि खेल संहि‍ता द्वारा निर्धारित आयु एवं कार्यकाल संबंधी प्रतिबंध मोटे तौर पर इसमें अपनाये गये हैं। भारत सरकार ने इस घटनाक्रम का स्‍वागत किया है और वह इसे सही दिशा में उठा कदम मानती है। 

3. युवा मामले एवं खेल राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री जितेन्‍द्र सिंह और खेल सचिव श्री पी. के. देव ने आईओसी के पर्यवेक्षकों श्री फ्रांसियो, एलिजायद, श्री जिरोम पोवे और ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) के श्री हैदर ए. फरमान से मुलाकात की और उनसे यह सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया कि भारतीय ओलंपिक संघ में नैतिकता के उच्‍च मापदंड बरकरार रहे। सरकार ने स्‍पष्‍ट शब्‍दों में इस बात पर जोर दिया कि आपराधिक और भ्रष्‍टाचार के आरोपों का सामना कर रहे व्‍यक्ति को आईओए के चुनाव में हिस्‍सा लेने की इजाजत न दी जाए। भारत सरकार ने इस बात पर जोर दिया है कि भारतीय खिलाडि़यों को राष्‍ट्रीय ध्‍वज के तले अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍पर्धाओं में हिस्सा लेने की इजाजत दी जाए और अगर आईओसी तथा आईओए का विवाद जल्‍द न सुलझे, तो इस उद्देश्‍य के लिए वैकल्पिक सक्षम तंत्रों पर विचार किया जाए। 

4.भारत सरकार ने इस बात का भरसक प्रयास किया कि आईओसी और एनएसएफ के मतभेद दूर हो जाएं। उन्‍होंने आशा व्‍यक्‍त की कि इस बैठक का समापन ओलंपिक दायरे में भारत की वापसी से होगा।(PIB) 
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वि.कासोटिया/इ.अहमद/रीता/मधुप्रभा- 5812

Wednesday, August 21, 2013

ये हैं रेडस्कीन चेयर लीडर की मनमोहक अदाएं

तेरा जलवा जिसने देखा वोह तेरा हो गया 
हालांकि खिलाडियों की और से अश्लील डांस देखने की खबरें भी आई  हैं लेकिन यह भी  सच है कि कई खिलाडी कई बार इस बात की शिकायत भी कर चुके हैं कि चीयर लीडरज़  और अदायों से  उनका ध्यान भंग होता है और वे खेल में पूरा ध्यान नहीं दे पाते। परिणाम यह होता है की वे खेल हार जाते हैं लेकिन इस कारोबारी युग में इस तरह के डांस का चलन अब थमने का नाम ही नहीं ले रहा। देखिये एक तस्वीर जिसे हम लोक प्रिय दैनिक समाचारपत्र  पंजाब केसरी से साभार प्रकशित कर रहे हैं।
 क्या आपके विचार में ऐसे आयोजन होने उचित हैं? खेल से इनका क्या सम्बन्ध है? खेलने वालों और खेल देखने वालों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता होगा? इस तरह के कई सवाल हैं जिन पर आपके अनमोल विचार लोगों को सही राह दिखा सकते हैं ! हर क्षेटर में नारी देह के प्रदर्शन को घसीट लाना कहाँ तक उचित कहा जा सकता है ? आखिर हम समाज के नैतिक मूल्यों को किस तरफ ले रहे हैं ?  उठाईये कलम और उतारिये अपने विचारों को कागज़ पर---ओह सॉरी सॉरी--कागज़ पर नहीं नहीं कम्प्यूटर पर और क्र दीजिये मेल---हम उन्हें आपके नाम के साथ प्रकशित करेंगे। यदि आप इनके समर्थन में भी हैं तो भी हम आपके विचारों का स्वागत करेंगे और उन्हें यहाँ उचित स्थान दिया जायेगा। हाँ विचारों के साथ अपना सही सही नाम पता और मेल आई दी लिखना न भूलें---!

बैडमिंटन: सिमरजीत कौर ने प्रेरणा डाबर को हराया

विजेता खिलाड़ियों ने किया अब आगे की मंजिलों पर पहुँचने का संकल्प 
लुधियाना:(खेल स्क्रीन ब्यूरो):लुधियाना के गुरु नानक स्टेडियम स्थित शास्त्री हाल में जिला बैडमिंटन मुकाबले समाप्त हो गए। इस चैंपियनशिप के अंतिम दिन मंगलवार को खिलाडियों ने अपना पूरा जोश और जोर दिखाया। अलग-अलग वर्ग में खेले गये इन फाइनल में जीत हार का अंतिम चरण  था।  लुधियाना डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन एसोसिएशन की ओर से आयोजित इस स्पर्धा में अंडर-10 सिंगल्स में अरुणिमा पाल ने संजय जैन को, डबल्स में सान्या जैन व अरुणिमा की जोड़ी ने नवलीन व मान्या ओसवाल को मात दी और अपने खले कैरियर में जीत का एक न्य अध्येये जोड़ा।
इसी तरह लड़कों के अंडर-10 वर्ग के सिंगल्स में लक्ष्य ने जशमेर विरदी को जबकि डबल्स में लक्ष्य व अरुणा जैन ने जमशेर व चिराग को हराया। खिलाडियों के चेहरों पर आई जीत की चमक उनकी उपलब्धियों में एक नया सिलसिला शामिल करने की बात कह रही थी। 
इस अवसर पर अंडर-13 लड़कियों में सिमरजीत कौर ने प्रेरणा डाबर को, लड़कों में अगिम कपिला ने अर्श गुप्ता को, अंडर-15 लड़कों में लक्ष्य सिंगला ने ध्रुव वशिष्ठ को लड़कियों में सिमरजीत कौर ने नेहा रानी को हराया। अंडर-17 के लड़कों में ध्रुव वशिष्ठ ने आदित्य गुप्ता को, लड़कियों में अदिति महाजन ने सिमरजीत कौर पर शानदार जीत दर्ज की। अंडर-19 में सनत जैन ने सूर्या गोयल, जबकि लड़कियों के वर्ग में अदिति महाजन ने हरलवलीन को हराकर खिताबी जीत दर्ज की। इस अवसर पर लोक प्रिय विधायक बलविंदर सिंह बैस, सन्नी भल्ला, एमके चोपड़ा ने विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कार प्रदान किया।
इस दौरान एसोसिएशन के प्रधान महेंद्र ग्रेवाल, सचिव अनुपम कुमारिया, जय प्रकाश, वीर इन्द्र सिंह व हैप्पी कौशल आदि भी उपस्थित थे। विजेता खिलाड़ियों ने अपने नए निशाने पाने के लिए कमर कसने का संकल्प भी दोहराया। 

रांची में ओपन एथलेटिक चैंपियनशिप 7 से 10 सिंतबर तक

चयन ट्रायल 23 अगस्त को सुबह 9 बजे लुधियाना में 
लुधियाना: 20 अगस्त 2013 :(खेल स्क्रीन ब्यूरो):हालात कैसे भी रहे  लुधियाना में खेल सरगर्मियां हर हाल में जारी रहती हैं। राज्य और देश का  करने के प्रयास यहाँ जारी रहते हैं।  अब रांची में 7 से 10 सिंतबर तक होने वाली ओपन एथलेटिक चैंपियनशिप के लिए पंजाब एथलेटिक पुरुष व महिला टीम के चयन ट्रायल 23 अगस्त को सुबह 9 बजे गुरु नानक स्टेडियम में होंगे। गौरतलब है कि ये ट्रायल पंजाब एमेच्योर एथलेटिक एसोसिएशन की ओर से कराए जाएंगे। मीडिया को यह जानकारी एसोसिएशन के प्रमुख अजायब सिंह कालके ने दी।
उन्होंने बताया कि ट्रायल देने वाले सभी खिलाड़ी सुबह 8 बजे तक स्टेडियम में अवश्य पहुंच जाएं। इसी दौरान जिला एथलेटिक एसोसिएशन के प्रधान सतवीर सिंह अटवाल ने बताया कि चैंपियनशिप में गोल्ड, सिल्वर व कांस्य पदक जीतने वालों को क्रमश: 15 हजार, 10 हजार व 5 हजार रुपये पुरस्कार के रूप में दिए जाएंगे। यही नहीं इन खिलाडियों के कोचों को भी सम्मानित किया जाएगा। आशा है कि इस बार भी लुधियाना और पंजाब के एनी भागों में रहने वाले खिलाडी नाम कमायेंगे। 

राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता हेल्‍पलाइन

20-अगस्त-2013 13:55 IST
 जुलाई 2013 में 12,645 शिकायतें दर्ज की 
      राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता हेल्‍प लाईन (एनसीएच) को जुलाई 2013 के दौरान 12,645 टेलीफोन कॉल मिले। इन टेलीफोन कॉलों/शिकायतों के साथ-साथ एनसीएच की वेबसाईट पर 2035 ऑनलाईन शिकायतें प्राप्‍त हुईं।
      सबसे ज्‍यादा टेलीफोन कॉल दिल्‍ली से आए। इसके बाद उत्‍तर प्रदेश, महाराष्‍ट्र, हरियाणा, राजस्‍थान, मध्‍यप्रदेश, बिहार, गुजरात, पश्चिम बंगाल, और पंजाब का नंबर है।
      शीर्ष दस राज्‍यों से जुलाई 2013 में प्राप्‍त कॉलों का विवरण इस प्रकार है-
राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता हेल्‍पलाइन
क्रम संख्‍या
राज्‍य  
शिकायतें
कुल कॉलों का प्रतिशत
1
दिल्‍ली
3045
24.08
2
उत्‍तर प्रदेश
2161
17.09
3
महाराष्‍ट्र
1373
10.86
4
हरियाणा
957
7.57
5
राजस्‍थान
915
7.24
6
मध्‍यप्रदेश
582
4.60
7
बिहार
571
4.52
8
गुजरात
567
4.48
9
पश्चिम बंगाल
532
4.21
10
पंजाब
447
3.53

     सर्वाधिक शिकायतें यानी 23.91 प्रतिशत उत्‍पादों के बारे में थीं। इसके बाद दूरसंचार, ई-कामर्स, माप-तौल, एनबीएफसी, सार्वजनि‍क वि‍तरण प्रणाली, बैंकिंग और शिक्षा का नंबर है। 12361 कॉलकर्ताओं से प्राप्‍त प्रतिपुष्टि के अनुसार 2106 शिकायतों को विभिन्‍न कंपनियों के साथ संपर्क कर निपटाया गया।
     देशभर के उपभोक्‍ता राष्‍ट्रीय उपभोक्‍ता हेल्‍प लाईन के टोल फ्री नंबर 
1800-11-400 पर फोन करके अपनी उपभोक्‍ता संबंधी शिकायतों के बारे में बातचीत कर सकते हैं। उपभोक्‍ता हेल्‍प लाईन जानकारी, सलाह और उपभोक्‍ता से जुड़े मददों पर मार्गदर्शन कर सकती है। शिकायतें इस वेबसार्इट पर भी दर्ज कराई जा सकती हैं- www.nationalconsumerhelpline.in                (PIB)
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इ.अहमद/गांधी/यशोदा- 5702  

Tuesday, August 20, 2013

ई-कार्यालय प्रणाली का उद्घाटन

20-अगस्त-2013 20:25 IST
युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के लिए ई-कार्यालय प्रणाली 
युवा कार्यक्रम और खेल राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री जितेन्‍द्र सिंह ने आज ई-शासन प्रणाली के अनुसार युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के लिए ई-कार्यालय प्रणाली का उद्घाटन किया। 

ई-कार्यालय प्रणाली तुरंत प्रभाव से क्रियाशील होगी। (PIB)

वि.कसोटिया /महेश राठी-5722

Monday, August 12, 2013

एस.ए.आई. द्वारा खेल प्रशि‍क्षण केंद्रों की स्‍थापना

12-अगस्त-2013 18:47 IST
पंजाब के जीरकपुर में भी बनेगा खेल केंद्र 
युवा कार्यक्रम और खेल राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री जि‍तेंद्र सिंह ने आज लोक सभा में एक प्रश्‍न के लि‍खि‍त उत्‍तर में बताया कि‍ अलवर में एक खेल प्रशि‍क्षण केंद्र की स्‍थापना के एक प्रस्‍ताव का सैद्धांति‍क अनुमोदन कर दि‍या गया है। इसके अति‍रि‍कत, भारतीय खेल प्राधि‍करण की शासी नि‍काय की 40वीं बैठक में अभि‍कल्‍प, नि‍र्माण, संचालन और अंतरण (डीबीओटी) मोड के अंतर्गत नि‍म्‍नलि‍खि‍त क्षेत्रों में नए प्रशि‍क्षण केंद्र स्‍थापि‍त करने का अनुमोदन कि‍या गया है:- 

(1) जि‍रकपुर (पंजाब) 

(2) महम (हरि‍याणा) 

(3) छिंदवाड़ा (मध्‍य प्रदेश) 

(4) मणि‍पुर 

(5) अरूणाचल प्रदेश 

(6) जबलपुर (मध्‍य प्रदेश) 

(7) नया रायपुर (छत्‍तीसगढ़) 

इस समय भारतीय खेल प्रधि‍करण देश में खेलों के संवर्द्धन और वि‍कास के लि‍ए नि‍म्‍नलि‍खि‍त स्‍कीमें कार्यान्‍वि‍त कर रहा है:- 

(1) राष्‍ट्रीय खेल प्रति‍भा प्रति‍योगता स्‍कीम (एनएसटीसी) 

(2) सेना बाल खेल कंपनी स्‍कीम (एबीएससी) 

(3) साई प्रशि‍क्षण केंद्र स्‍कीम (एसटीसी) 

(4) वि‍शेष क्षेत्र खेल स्‍कीम (एसएजी) 

(5) उत्‍कृष्‍टता केंद्र स्‍कीम (सीओई) 

इस समय साई के नि‍म्‍नलि‍खि‍त तीन केंद्र कि‍राए के भवन में कार्य कर रहे हैं:- 

(1) एसएजी केंद्र, आइजवाल, मि‍जोरम 

(2) एसएजी केंद्र, उत्‍लोव, मणि‍पुर 

(3) एसएजी केंद्र (लड़कि‍यों के लि‍ए), एलेप्‍पी 

एसएजी केंद्र, आइजवाल के लि‍ए 100 बि‍स्‍तर वाला साई हास्‍टल भवन नि‍र्माणाधीन है और इसी प्रकार एसएजी केंद्र, उत्‍लोव के लि‍ए 100 बि‍स्‍तर वाला साई हास्‍टल भवन और बहुउद्देश्‍यीय हाल नि‍र्माणाधीन है। 

जहां तक लड़कि‍यों के हास्‍टल एसएजी केंद्र, एलेप्‍पी का संबंध है, सरकार से लड़कि‍यों के हास्‍टल के नि‍र्माण के लि‍ए उपयुक्‍त भूमि‍ उपलब्‍ध कराने के लि‍ए अनुरोध कि‍या गया है। 

वि‍.कासोटि‍या/सुधीर/सुजीत- 5553

राज्‍यपाल ने किया केरल नौका दौड़ का उद्घाटन

11-अगस्त-2013 17:54 IST
केंद्र भी देगा राज्य के बराबर 17.50 लाख रूपये की सहायता 
भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने केरल में अलेप्‍पी और आस-पास के क्षेत्रों के पश्‍चजल में हर वर्ष होने वाली नौका दौड़ के लिए सहायता देने का फैसला किया है। केन्‍द्रीय पर्यटन मंत्री श्री के. चिरंजीवी ने अलपुझा में 61वीं नौका दौड़ के शुभारंभ के अवसर पर घोषणा की कि केरल सरकार 17.50 लाख रुपये का योगदान करेगी जबकि इतनी ही राशि केन्‍द्र सरकार द्वारा भी दी जायेगी। 
नौका दौड़ का उद्घाटन केरल के राज्‍यपाल निखिल कुमार ने किया जबकि केरल के लोक निर्माण मंत्री श्री वी. के. इब्राहिम कुंजू ने झंडा फहराया। केन्‍द्रीय श्रम और रोजगार मंत्री श्री कोडिकुन्निल सुरेश और राज्‍य के कई अन्‍य प्रमुख नेता भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 
श्री चिरंजीवी ने इस अवसर पर एक विशाल अलेप्‍पी बैकवाटर विकास परियोजना की घोषणा की, जिसके लिए पर्यटन मंत्रालय 47;62 करोड़ रुपये का प्रावधान करेगा। श्री चिरंजीवी ने कहा कि केरल के पश्‍च जल और नौका दौड़ के वार्षिक आयोजन में पर्यटन के विकास की व्‍यापक संभावनाएं है। इस लिए पर्यटन मंत्रालय मंत्रालय केरल के पश्‍चजल क्षेत्रों को अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर का पर्यटन स्‍थल बनाने के लिए हर संभव उपाय करेगा। (पीआईबी)
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Sunday, August 11, 2013

केंद्रीय खेल मंत्री ने दी पी.वी. सिंधू को बधाई

11-अगस्त-2013 17:58 IST
महिला सिंगल्स में कांस्य पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया
                                                                                                                  तस्वीर फेसबुक से साभार 
युवा मामले और खेल मंत्री श्री जितेन्द्र सिंह ने विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप 2013 में सफलता पर पी.वी. सिंधू को निम्नांकित बधाई संदेश भेजा है:- 

‘‘ग्वांगझाउ, चीन में हुई विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप-2013 में विशिष्ट सफलता के लिए आपको बधाई। आपने महिला सिंगल्स प्रतिस्पर्धा में कांस्य पदक जीत कर देश का गौरव बढ़ाया है।’’ 

युवा मामले और खेल मंत्रालय भविष्य में भारत का सम्मान बढ़ाने के आपके प्रयासों में सहायता करने के प्रति वचनबद्ध है। (पीआईबी)
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वि. कासोटिया/देवेश/संगीता/राजीव/बेसरा-5431

Monday, August 5, 2013

बेलाफास्‍ट के वि‍श्‍व पुलि‍स खेल

05-अगस्त-2013 20:57 IST
तीसरे दि‍न भारतीय तैराकी और एथलीट हावी रहे 
बेलाफास्‍ट में आयोजित 15वें वि‍श्‍व पुलि‍स एवं फायर खेल 2013 के तीसरे दि‍न आज भारतीय पुलि‍स टीम का झंडा ऊँचा रहा। 4 सदस्‍यीय तैराकी टीम ने 2 स्‍वर्ण, 3 रजत और 1 कांस्‍य पदक जीते  जबकि‍ एथलीटस् टीम ने 5 स्‍वर्ग, 1 रजत और 1 कांस्‍य पदक जीता। परि‍णाम का पूर्ण वि‍वरण इस प्रकार से है:-
1.  महि‍लाओं के लि‍ए 400 मीटर की दौड़ में भारतीय टीम ने सभी 3 पदक झटके
1-अंशु थॉमस – स्‍वर्ण
2-चिंचू जोस – रजत
      3-मनप्रीत कौर- कांस्‍य
   2.महि‍लाओं के लि‍ए 3000 मीटर स्‍टीफ्लेच  
   3.महि‍लाओं के लि‍ए 100 मीटर वाला दौड़ सीमा सुरक्षा बल की मनप्रीत कौर- स्‍वर्ग पदक
   4.पुरूष लम्‍बी छलांग: केरल पुलि‍स के बासि‍ल जार्ज को स्‍वर्ण पदक (7.11 मीटर की छलांग लगाई)
    5. महि‍ला लम्‍बी छलांग:सशस्‍त्र सीमा बल की एम प्रि‍या वर्मा देवी- स्‍वर्ण पदक तैराकी
1. 200 मीटर फ्रीस्‍टाइल: सीमा सुरक्षा बल के मंदर आनंद दि‍वासे- स्‍वर्ण पदक
2. 50 मीटर ब्रैस्‍ट स्‍ट्रोक: केंद्रीय रि‍जर्व पुलि‍स बल के रोहि‍त कुमार –स्‍वर्ण पदक
3. 50 मीटर बैक स्‍ट्रोक: आंध्र प्रदेश के पुलि‍स के एम तुलसी चैतन्‍य ने रजत अबकि‍ पंजाब पुलि‍स के राजबीर सिंह ने कांसय पदक जीता
4. 50 मीटर फ्रीस्‍टाइल: आंध्र प्रदेश के एम तुलसी चैतन्‍य रजत पदक
5. 100 मीटर बटरफ्लाई: पंजाब पुलि‍स के राजबीर सिंह- रजत पदक    
वि.कासोटिया/जगदीश/सुजीत– 5306

जीत की ख़ुशी

कितनी खुश नजर आ रही है सर्बिया की अन्ना !
खेल में जीत हार तो चलती रहती है पर न तो जीत की ख़ुशी छुपाने से छुपती है और न ही हार की मायूसी। हो भी क्यूँ न… आखिर सब कुछ दांव पर लगा होता है---बरसों की मेहनत---जीवन बहर के सपने---खेल का कैरियर----- बस जीत या हार के एक एलान से सब बदल जाता है----! अब देखते हैं कि फ़ाईनल में किस्मत किसका साथ देती है ?

टेनिस में बेलारूस की विक्टोरिया को हराने के बाद सर्बिया की अन्ना कितनी खुश नजर आ रही है! यह सेमिफयिन्ल प्रतियोगिता कैलिफोर्निया में आयोजित हुयी और हम यह तस्वीर यहाँ पंजाब केसरी से साभार प्रकाशित कर रहे हैं। यदि आपके पास भी कोई ऐसी ही तस्वीर या खबर हो तो अवश्य भेजें। हम उसे आपके नाम के साथ सहर्ष प्रकाशित करेंगे।

आप अपने क्षेत्र में होने वाले खेल आयोजनों की सूचनाएं/घोषणाएं, खिल्दियों से भेंट वार्ताएं /
मुलाकातें  भी भेज सकते हैं जिन्हें निशुल्क प्रकाशित किया जायेगा।

Monday, April 22, 2013

जिंदगी में संतुलन का खेल सिखाते हैं बंटी बाबा

उहदा रब्ब नहीं रुस्दा लख्ख वेरी---जिह्नुं यार मनाउन दा चज्ज होवे---
दो बरस पहले न्यू अग्रवाल पीरखाना दरबार में बायीं तरफ की दीवार पर दो पंक्तियाँ लिखीं होतीं थीं---
भला एथे फकीरां नू फ़िक्र काहदा--
फक्का मार के फिकरां नू  खा जांदे 
अब दो बरस बाद वहां आई संगत को देख कर यही लगता था कि सचमुच इन सभी लोगों के गम, दर्द, दुःख, चिंता, फ़िक्र जैसे किसी ने पल भर में उड़ा दिए हों--मैंने कुछ लोगों को जानबूझ कर कुरेदा क्या सचमुच तुम्हे कोई गम नहीं---कोई चिंता नहीं----सभी मुस्कराते हुए कहते----
भला एथे फकीरां नू फ़िक्र काहदा--
फक्का मार के फिकरां नू  खा जांदे----
मुझे लगता यह सब लोग किसी खुमारी में हैं---किसी नशे में हैं----इसी लिए काम धंधा और घरबार छोड़ कर यहाँ घूम रहे हैं---पर यहाँ कोई नशा नहीं था---सब लोग एक खेल खेलने आये थे---जिंदगी का खेल---मुश्किलों से हंसते हंसते दो दो हाथ करने का खेल----अगर बाहर बने खुले मैदान में बच्चा लोग झूला झूल रहे थे---कभी ऊपर कभी नीचे---तो--बड़े लोगों में भी यही खेल चल रहा था---लेकिन मन के अंदर---दिल के अंदर---दिमाग के अंदर----ख्यालों की दुनिया में----कभी ख़ुशी कभी गम---कभी सफलता की ऊँचाई---और बन्दा आसमान पर----कभी निराशा का अँधेरा और बन्दा गम और दुःख के पाताल में---इस सारे खेल को बड़ी कुशलता से देख रहे----यहाँ इस दरबार के प्रमुख सेवादार बंटी बाबा कभी किसी को बुला लेते और कभी किसी को---कहते क्या सोच रहा है----किस चिंता में है….? सब ठीक हो जायेगा---और उस भक्त को जैसे एक नया हौंसला मिल जाता---एक नई  हिम्मत---और भक्ति रस में डूब कर वह फिर तारो ताज़ा हो जाता----किस्सी के मन में कुछ आशंका होती या फिर उसे लगता की इतना बड़ा दुःख पल भर सचमुच दूर हो जायेगा---? इधर भक्त के मन में यह सवाल आता उधर बंटी बाबा बोल उठते---जा उधर पीर बाबा से जो मांगना है मांग ले----यहाँ तेज़ तरार लोग भी आते…मन में शैतानी छुपी होती---चेहरे पे भोलापन लिए होते---सजदा करते----नाक रगड़ते---फिर धीरे से कहते बंटी बाबा हमारा काम क्यूं बिगड़ा हुआ है---कुछ करो न----झुके हुए श्रद्धालू को देखते ही बाबा पल भर के लिए आँख बंद  करते और कहते--शराब पीना छोड़ दे----पर नारी की तरफ देखना छोड़ दे--सब ठीक हो जायेगा----जो भक्त कहता बाबा लो आज से सचमुच सब  बुरे काम छोड़े----बाबा उनकी पीठ भी थपथपाते …शाबाशी भी देते---लेकिन साथ ही कहते---वादा मेरे सामने नहीं---वहां ---उधर पीरों की तरफ मूंह करके करो--साथ ही चेतावनी भी देते---अगर वादा टूटा तो तुझे पीर बाबा ही देखेंगे----मानो बाबा एक झूले पे बिठा देते…जिंदगी के संतुलन का एक झूला--जिसपे हम सभी सवार हैं--लेकिन फिर भी उसे देख नहीं पाते----थोड़ी सी ख़ुशी मिली तो भी सब भूल जाते हैं---थोडा सा गम मिला तो भी दर्द से कराहने लगते हैं---बस यहाँ आने वाले को बंटी बाबा सुख दुःख--दोनों में मज़ा लेने का गुर सिख देते---और अगर कोई वादा टूटता तो वादा तोड़ने वाला किसी न किसी बहाने झूले से नीचे आ गिरता---संतुलन से बाहर आ गिरता---फिर सुख भी मज़ा न देता---और दुःख भी असहनीय हो जाता---भगवान से तार टूट जाती---जिंदगी का संतुलन बिगड़ जाता--और फिर दर्द ही दर्द---जख्म ही जख्म---बंटी बाबा वादा तोड़ कर गिरने वाले को भी आ कर उठाते----उसके घाव सहलाते---गले से लगाते----और प्यार से डांटते---तुझे कहा था न वादा मत तोड़ना--जा अब पीर बाबा को मना---रो मत---चिंता न कर---फिर से सब ठीक हो जायेगा---और पीर बाबा को मनाने के स्वर गूँज उठते----हमसर हयात निजामी जैसे जाने माने गायक यहाँ इस दरबार में आ कर गाते----काअबे वाली गली विच्च यार दा मकान ए-------और बंटी बाबा जिंदगी में संतुलन लाने का गुर बता देते कि कैसे काअबे का सम्मान भी रखना है----और बिना अपने अल्ला को नाराज़ किये यार को भी नाराज़ नहीं होने देना---बाबा बताते हैं-----यार का घर कहीं भी हो----पर यह याद रखना जरूरी है कि--
उहदा रब्ब नहीं रुस्दा लख्ख वेरी---जिह्नुं यार मनाउन दा चज्ज होवे--- --आर के तारेश

Wednesday, April 17, 2013

मुक्‍केबाज विजेन्‍द्र सिंह आशंकाओं के बादलों से दूर हुए

16-अप्रैल-2013 18:27 IST
प्रतिब‍न्धित दवाओं के सेवन के आरोप से मुक्‍त
ओलम्‍पिक पद्क विजेता मुक्‍केबाज विजेन्‍द्र सिंह और चार अन्‍य प्रतिब‍न्धित दवाओं के सेवन के आरोप से मुक्‍त हो गए हैं। उनके केवल रक्‍त और मूत्र का परीक्षण किया गया था। युवा मामले और खेल मंत्रालय ने सहर्ष यह घो‍षणा करते हुए कहा है कि परीक्षणों से स्‍पष्‍ट हो गया है कि इनमें से किसी भी मुक्‍केबाज ने हाल ही में प्रतिबन्धित दवाओं का सेवन नहीं किया था। 
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वि.कासोटिया/नरेश/संजना-1876

Monday, March 25, 2013

शरापोवा क्वार्टर फाइनल में

शरापोवा का मुकाबला चेक गणतंत्र की क्लारा ज़ाकोपालोवा से
                                                                                            फ़ोटो: EPA   
रूसी टेनिस खिलाड़िन मरिया शरापोवा अमरीका के मायामी नगर में हो रहे टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में पहुँच गई हैं| रविवार को उन्होंने अपनी देशवासिन येलेना वासिना को 6:4, 6:2 से हराया| अगले राउंड में शरापोवा का मुकाबला चेक गणतंत्र की क्लारा ज़ाकोपालोवा से होगा| 
इस टूर्नामेंट की पुरस्कार राशि 50 लाख डालर है| 17 मार्च को शरापोवा ने अमरीका में ही इन्डियन-वैल्स में हुई प्रतियोगिता में जीत पाई थी, जिसकी बदौलत उन्हें महिला टेनिस एसोसिएशन की रेटिंग-सूची में दूसरा स्थान मिल गया है|

शरापोवा क्वार्टर फाइनल में

Thursday, January 24, 2013

राष्‍ट्रीय खेल संघ:पूरी जानकारी को कहा

24-जनवरी-2013 20:04 IST
राष्‍ट्रीय खेल संघों से मान्‍यता प्राप्त राज्‍य संघों के ब्‍यौरे के संबंध में 
केन्‍द्रीय युवा एवं खेल मंत्रालय ने राज्‍य सरकारों से राष्‍ट्रीय खेल संघों से मान्‍यता प्राप्‍त राज्‍य खेल संघों/इकाईयों की सूची उपलब्‍ध कराने का आग्रह किया है। राज्‍य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों के खेल सचिवों को लिखे पत्र में मंत्रालय ने मान्‍यता प्राप्‍त राज्‍य खेल संघों/इकाईयों के पदाधि‍करियों के नाम, उनके पते, टेलिफोन नंबर और ई-मेल पते इत्‍यादि के बारे में पूरी जानकारी मुहैय्या कराने को कहा है। पत्र के जरिए राज्‍य सरकारों से राज्‍य/केंद्र शासित प्रदेश ओलंपिक संघों के बारे में भी इसी तरह का पूरा ब्‍यौरा देने का आग्रह किया गया है। 

पत्र में कहा गया है कि केंद्रीय युवा और खेल मंत्रालय उन मान्‍यता प्राप्‍त राष्‍ट्रीय खेल संघों से ही मिलकर काम करता है जो कामकाज में स्‍वायत्‍त और देश में संबंधित खेलों के विकास के लिए जिम्‍मेदार होता है। मंत्रालय “राष्‍ट्रीय खेल संघों को मदद” योजना के तहत भारत में राष्‍ट्रीय/अंतर्राष्‍ट्रीय टूर्नामेंट कराने, विदेशों में प्रशि‍क्षण/प्रतियोगिता में भागीदारी, विदेशी कोचों की सेवाएं लेना, खेल के संसाधन जुटाने इत्‍यादि के लिए वित्‍तीय मदद भी मुहैया कराता है। मंत्रालय ने 53 राष्‍ट्रीय खेल संघों को मान्‍यता दी हुई है। 

पत्र में कहा गया है कि राष्‍ट्रीय खेल संघ प्रदेशों में खेल को बढावा देने के उद्देश्‍य से प्रदेश में टूर्नामेंट के आयोजन और ऐसी अन्‍य गतिविधि‍यों में राज्‍य संघों/इकाईयों की मदद लेता है। केंद्रीय मंत्रालय ने राज्‍य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों से ये ब्‍यौरे प्राथमिकता के आधार पर 5 फरवरी 2013 तक उपलब्‍ध कराने को कहा है। (PIB)
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वि.कासोटिया/अनिल/अखलद-317