तेरा जलवा जिसने देखा वोह तेरा हो गया
हालांकि खिलाडियों की और से अश्लील डांस देखने की खबरें भी आई हैं लेकिन यह भी सच है कि कई खिलाडी कई बार इस बात की शिकायत भी कर चुके हैं कि चीयर लीडरज़ और अदायों से उनका ध्यान भंग होता है और वे खेल में पूरा ध्यान नहीं दे पाते। परिणाम यह होता है की वे खेल हार जाते हैं लेकिन इस कारोबारी युग में इस तरह के डांस का चलन अब थमने का नाम ही नहीं ले रहा। देखिये एक तस्वीर जिसे हम लोक प्रिय दैनिक समाचारपत्र पंजाब केसरी से साभार प्रकशित कर रहे हैं।
क्या आपके विचार में ऐसे आयोजन होने उचित हैं? खेल से इनका क्या सम्बन्ध है? खेलने वालों और खेल देखने वालों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता होगा? इस तरह के कई सवाल हैं जिन पर आपके अनमोल विचार लोगों को सही राह दिखा सकते हैं ! हर क्षेटर में नारी देह के प्रदर्शन को घसीट लाना कहाँ तक उचित कहा जा सकता है ? आखिर हम समाज के नैतिक मूल्यों को किस तरफ ले रहे हैं ? उठाईये कलम और उतारिये अपने विचारों को कागज़ पर---ओह सॉरी सॉरी--कागज़ पर नहीं नहीं कम्प्यूटर पर और क्र दीजिये मेल---हम उन्हें आपके नाम के साथ प्रकशित करेंगे। यदि आप इनके समर्थन में भी हैं तो भी हम आपके विचारों का स्वागत करेंगे और उन्हें यहाँ उचित स्थान दिया जायेगा। हाँ विचारों के साथ अपना सही सही नाम पता और मेल आई दी लिखना न भूलें---!
हालांकि खिलाडियों की और से अश्लील डांस देखने की खबरें भी आई हैं लेकिन यह भी सच है कि कई खिलाडी कई बार इस बात की शिकायत भी कर चुके हैं कि चीयर लीडरज़ और अदायों से उनका ध्यान भंग होता है और वे खेल में पूरा ध्यान नहीं दे पाते। परिणाम यह होता है की वे खेल हार जाते हैं लेकिन इस कारोबारी युग में इस तरह के डांस का चलन अब थमने का नाम ही नहीं ले रहा। देखिये एक तस्वीर जिसे हम लोक प्रिय दैनिक समाचारपत्र पंजाब केसरी से साभार प्रकशित कर रहे हैं।
क्या आपके विचार में ऐसे आयोजन होने उचित हैं? खेल से इनका क्या सम्बन्ध है? खेलने वालों और खेल देखने वालों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता होगा? इस तरह के कई सवाल हैं जिन पर आपके अनमोल विचार लोगों को सही राह दिखा सकते हैं ! हर क्षेटर में नारी देह के प्रदर्शन को घसीट लाना कहाँ तक उचित कहा जा सकता है ? आखिर हम समाज के नैतिक मूल्यों को किस तरफ ले रहे हैं ? उठाईये कलम और उतारिये अपने विचारों को कागज़ पर---ओह सॉरी सॉरी--कागज़ पर नहीं नहीं कम्प्यूटर पर और क्र दीजिये मेल---हम उन्हें आपके नाम के साथ प्रकशित करेंगे। यदि आप इनके समर्थन में भी हैं तो भी हम आपके विचारों का स्वागत करेंगे और उन्हें यहाँ उचित स्थान दिया जायेगा। हाँ विचारों के साथ अपना सही सही नाम पता और मेल आई दी लिखना न भूलें---!
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