Sunday, October 5, 2025

फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल:

 युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय//Azadi Ka Amrit Mahotsav//प्रविष्टि तिथि: 05 October  2025 at 4:28 PM by PIB Delhi

डॉ. मनसुख मांडविया ने विश्व शिक्षक दिवस पर दिल्ली में शिक्षकों का नेतृत्‍व किया

*फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल पहल के43वें संस्करण में पूरे भारत में 10,000 से अधिक स्थानों पर एक साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए

*केंद्रीय खेल मंत्री ने प्रत्येक नागरिक से शारीरिक गतिविधि के लिए एक घंटा समर्पित करने का आग्रह किया ताकि भारत विकसित भारत के सपने की ओर अधिक मजबूत और स्वस्थ होकर आगे बढ़ सके

*साइकिलिंग हमें सिखाती है कि हम तभी आगे बढ़ते हैं जब हम संतुलन बनाए रखते हैं; यह संतुलन जीवन का आधार है और यह फिटनेस से आता है- डॉ. मनसुख मांडविया

नई दिल्ली: 6 अक्टूबर 2025: पीआईबी//खेल स्क्रीन)::

केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल तथा श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने आज सुबह राष्ट्रीय राजधानी के मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम में विश्व शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल के 43वें संस्करण का नेतृत्व किया। यह कार्यक्रम देश भर में 10,500 से अधिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया।

इस कार्यक्रम में एथलीटों, फिटनेस इंफ्लुएनसर और युवाओं के साथ-साथ पूरी दिल्ली से शिक्षकों सहित 1,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। इन एथलीटों में भारतीय हॉकी टीम के एक प्रमुख सदस्य, ओलंपिक पदक विजेता अभिषेक नैन, शतरंज की दिग्गज खिलाड़ी तानिया सचदेव के साथ-साथ उभरते हुए भाला फेंक स्टार सचिन यादव और भारत के पुश-अप मैन कहे जाने वाले रोहताश चौधरी शामिल थे। इसमें शिक्षकों को समर्पित एक जीवंत नुक्कड़ नाटक, योग सत्र, रस्‍सी कूदना, फिटनेस गेम्स और बच्चों के लिए भागीदारी क्षेत्र भी शामिल थे।

लोगों को संबोधित करते हुए, डॉ. मांडविया ने इस पहल को एक सच्चा राष्ट्रव्यापी आंदोलन बताया। उन्होंने कहा, ‘‘इस आंदोलन के माध्यम से 10,500 से ज्‍यादा स्थानों पर लाखों नागरिक हर रविवार को खुद को फिट रखने के लिए साइकिल चला रहे हैं। यह हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के फिट इंडिया विजन का उत्सव बन गया है।’’

उन्होंने आगे कहा, ‘‘अगर हर नागरिक शारीरिक गतिविधि के लिए एक घंटा भी समर्पित करे तो भारत विकसित भारत के सपने की ओर और भी मजबूत, स्वस्थ और एकजुट होकर आगे बढ़ेगा। आज इस कार्यक्रम में कई शिक्षकों ने भाग लिया और छात्रों को जीवन में संतुलन बनाए रखने का संदेश दिया। साइकिल के पैडल हमें जीवन का सबसे बड़ा सबक सिखाते हैं कि हम तभी आगे बढ़ते हैं जब हम संतुलन बनाए रखते हैं। यह संतुलन जीवन का आधार है और यह फिटनेस से आता है।’’

युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय (एमवाईएएस) द्वारा भारतीय साइक्लिंग महासंघ (सीएफआई), योगासन भारत और माई भारत के सहयोग से आयोजित इस साइकिलिंग अभियान ने अब भारत के सबसे प्रभावशाली फिटनेस अभियानों में से एक के रूप में अपनी पहचान बना ली है। इस कार्यक्रम में फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल के आधिकारिक गान का भी शुभारंभ हुआ। नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम राहगीरी फाउंडेशन और फिटस्पायर के सहयोग से आयोजित किया गया जबकि रस्‍सी कूदने का नेतृत्व डॉ. शिखा गुप्ता ने किया।

इस बीच, रोहताश चौधरी-गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड धारक और फिट इंडिया मूवमेंट के ब्रांड एंबेसडर एवं ‘‘पुशअप मैन ऑफ इंडिया’’ - ने इस कार्यक्रम के दौरान डॉ. मनसुख मांडविया को बताया कि वह पीठ पर 60 पाउंड का बैग लेकर एक घंटे में सबसे अधिक पुश-अप करने का एक और गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का प्रयास कर रहे हैं। यह 2 नवंबर 2025 को जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा।

भारतीय हॉकी टीम के साथ पेरिस 2024 ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले और राजगीर में एशिया कप जीतने वाले अभिषेक नैन ने नई दिल्ली में इस पहल के बारे में भावुक होकर कहा: ‘‘एथलीटों के रूप में, फिटनेस हमारा आधार है। मैं यहां सिर्फ लोगों को साइकिल चलाते हुए नहीं देख रहा हूं बल्कि भारत में स्वास्थ्य की संस्कृति को अपनाते हुए भी देख रहा हूं। यह भी बहुत प्रेरणादायक है कि पिछले कुछ महीनों में इस आंदोलन का विस्तार हुआ है।’’

ग्रैंडमास्टर तानिया सचदेव, जो संडे ऑन साइकिल में दूसरी बार शामिल हुईं है उन्‍होंने इस आंदोलन को प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के विजन से जोड़ते हुए एक भावुक टिप्पणी की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के प्रयासों की सराहना करती हूं—वे खेलों के इतने बड़े समर्थक हैं और उन्होंने फिटनेस को एक जन आंदोलन में बदल दिया है।’’

यह पहल दिखाती है कि फिटनेस कैसे समुदायों को एक साथ ला सकती है। आज शिक्षकों, छात्रों और एथलीटों को एक साथ साइकिल चलाते देखना दिल को छू लेने वाला था।

43 संस्करणों के बाद, फिट इंडिया संडे ऑन साइकिल पहल में देश भर में 1,00,000 से ज्‍यादा स्थानों से बड़े पैमाने पर भागीदारी हुई है। इसमें 12 लाख से अधिक लोग शामिल हुए। आज एसएआई एनसीओई गुवाहाटी, छत्तीसगढ़ में एसटीसी राजनानगांव, एसएआई एसटीसी कोकराझार, एसएआई एनएसआरसी लखनऊ, एसएआई एसटीसी जबलपुर आदि जैसे अनेक और स्थानों पर भी कार्यक्रम आयोजित किए गए। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की राजधानियों से लेकर भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) के क्षेत्रीय केंद्रों, राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्रों (एनसीओई), एसएआई प्रशिक्षण केंद्रों (एसटीसी), खेलो इंडिया राजकीय उत्कृष्टता केंद्रों (केआईएससीई) और खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी) तक कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। ***

पीके/केसी/पीपी/वीके//(रिलीज़ आईडी: 2175084)


Thursday, September 25, 2025

विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप (डब्ल्यूपीएसी) 2025:

Thursday 25th September 2025 at 10:13 PM//PIB Delhi//Azadi Ka Amrit Mahotsav

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिया खास संदेश>

कहा-पैरा एथलीट चुनौतियों को पार कर नए मानक स्थापित कर रहे हैं

*केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने डब्ल्यूपीएसी के उद्घाटन की विधिवत घोषणा की

*भारत की धरती पर अब तक के सबसे बड़े पैरा स्पोर्ट्स इवेंट में रिकॉर्ड 74 एथलीट टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व करेंगे

*कतर, यूएई और जापान के बाद भारत डब्ल्यूपीएसी की मेजबानी करने वाला एशिया का चौथा देश होगा

5 अक्टूबर को समाप्त होने वाले डब्ल्यूपीएसी में 104 देशों के 2200 से अधिक प्रतिभागी भाग लेंगे

प्रविष्टि तिथि: 25 September 2025 at 10:13PM by PIB Delhi

नई दिल्ली: 25 सितंबर 2025: (पीआईबी//खेल स्क्रीन)::

भारतीय खेलों के लिए आज के ऐतिहासिक दिन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इंडियन ऑयल नई दिल्ली 2025 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी दुनिया के सामने भारत की खेल और समावेशी राष्ट्र के रूप में प्रतिष्ठा की पुष्टि करेगी। गुरुवार शाम नई दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में डब्ल्यूपीएसी 2025 का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया।

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100 देशों के लगभग 2,200 प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए अपने विशेष संदेश में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनौतियों को पार कर और नए मानदंड स्थापित करके पैरा एथलीटों ने एक उभरते खेल केंद्र के रूप में भारत की पहचान को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। साथ ही लाखों लोगों को खेल को जीवन शैली के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित किया है।

एक्स का पोस्ट लगाएँ।

2015 में कतर, 2019 में यूएई और 2024 में जापान के बाद भारत विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी करने वाला चौथा एशियाई देश है। इस कार्यक्रम का आयोजन भारतीय पैरालंपिक्स समिति की ओर से किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को डब्ल्यूपीएसी 2025 की मेजबानी पर गर्व है। उन्होंने आगे कहा कि खेल धर्म, क्षेत्र और राष्ट्रीयता की सभी बाधाओं को पार करते हुए लोगों को जोड़ने का एक शानदार माध्यम है। आज की दुनिया में खेल के इस एकीकृत पहलू पर जोर देना और भी जरूरी है। मुझे विश्वास है कि डब्ल्यूपीएसी का सभी प्रतिभागियों और दर्शकों पर समान प्रभाव पड़ेगा।

रंगारंग उद्घाटन समारोह में केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया, केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे, दिल्ली की मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता, संसद सदस्य सुश्री कंगना रनौत, दिल्ली के शिक्षा मंत्री श्री आशीष सूद और विश्व पैरा एथलेटिक्स के प्रमुख श्री पॉल फिट्जगेराल्ड मौजूद रहे।

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जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नवनिर्मित मोंडो ट्रैक पर डब्ल्यूपीएसी पहला आयोजन होगा। नीले रंग के इस ट्रैक का उपयोग पेरिस पैरालंपिक 2024 में किया गया था। 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर डॉ. मंडाविया ने इसका उद्घाटन किया था। गुरुवार को स्टेडियम परिसर में डॉ. मंडाविया ने मोंडो वार्म-अप ट्रैक और एक मल्टी-स्पेशलिटी जिम्नेजियम का भी उद्घाटन किया। यहां 200 से अधिक एथलीट एक साथ प्रशिक्षण ले सकते हैं।

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डब्ल्यूपीएसी के उद्घाटन पर डॉ. मंडाविया ने कहा कि भारत के लिए यह विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप गौरव, प्रगति और उद्देश्य से जुड़ी है। हमने 74 एथलीटों के अपने अब तक के सबसे बड़े पैरा दल को इकट्ठा किया है, जो इस बात का प्रमाण है कि देश में पैरा-स्पोर्ट्स ने कितनी गहराई से जड़ें जमा ली हैं। सुमित अंतिल, प्रीति पाल, दीप्ति जीवनजी, धरमबीर नैन और प्रवीण कुमार जैसे चैंपियन घरेलू मैदान पर प्रतिस्पर्धा करेंगे।

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डब्ल्यूपीएसी प्रतियोगिताएं 27 सितंबर से शुरू होंगी। 186 स्वर्ण पदक दांव पर होंगे। विश्व पैरा एथलेटिक्स के प्रमुख श्री पॉल फिट्जगेराल्ड ने कहा कि स्टेडियम के अंदर दुनिया भर के दर्शक अपने कौशल, गति और ताकत को अधिकतम करने के लिए डिजाइन की गई नवनिर्मित सुविधाओं में प्रतिस्पर्धा करने वाले एथलीटों की प्रतिभा का अनुभव करेंगे। विश्व रिकॉर्ड टूटेंगे। विश्व चैंपियन का ताज पहनाया जाएगा। हर एथलीट राष्ट्रगान बजाते हुए पोडियम पर होने का अपना सपना पूरा नहीं कर पाएगा। कई जीतें होंगी, लेकिन कई निराशाएं भी होंगी। मैं सभी को एथलीटों के साथ इन सभी भावनाओं का अनुभव करने के लिए आमंत्रित करता हूं।

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डब्ल्यूपीएसी की मेजबानी भारत की वैश्विक आयोजनों की नियमित मेजबानी करने और बड़ी बहु-खेल चैंपियनशिप आयोजित करने की अपनी क्षमताओं का परीक्षण करने की योजना का हिस्सा है। डॉ. मंडाविया ने कहा कि हम 2030 के राष्ट्रमंडल खेलों की योजना बनाने में जुटे हैं और हमारी नजरें 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी पर टिकी हैं, जिससे बुनियादी ढांचे, अवसर और अनगिनत युवाओं के खेल के सपनों को गति मिलेगी। जैसा प्रधानमंत्री ने कहा कि खेल न केवल चैंपियन बनाता है, बल्कि यह शांति, प्रगति और कल्याण को भी बढ़ावा देता है। यही हमारी खेल यात्रा का मार्गदर्शक है।

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डॉ. मंडाविया ने यह भी बताया कि डब्ल्यूपीएसी किस प्रकार क्षमता निर्माण को बढ़ावा देगा। डॉ. मंडाविया ने कहा कि बुनियादी ढांचे या महत्वाकांक्षा से परे एक गहरी विरासत छिपी है। एक बदली हुई मानसिकता। हम अपने पीछे सुलभ स्थल, पैरा-एथलीटों के लिए मजबूत समर्थन प्रणालियां और खेलों में समान अवसर के बारे में एक नए सिरे से राष्ट्रीय संवाद छोड़ जाएंगे। ये सच्चे परिणाम हैं जो पदक मिलने के बाद भी लंबे समय तक बने रहेंगे।

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भारत के शीर्ष एथलीट, जिनमें से कई पैरालंपिक पदक विजेता और अपनी श्रेणियों में विश्व चैंपियन हैं, वे नेहरू स्टेडियम में घरेलू परिस्थितियों का आनंद लेंगे। जापान के कोबे में भारत ने विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 17 पदक जीते, जिसमें छह स्वर्ण, पांच रजत, छह कांस्य थे। भारत ने छठा स्थान हासिल किया था। पेरिस में 2023 में भारत ने पहले ही 10 पदक (3 स्वर्ण, 4 रजत, 3 कांस्य) जीतकर अपना पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया था, जिससे आगे की राह तैयार हो गई।

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प्रधानमंत्री मोदी ने पैरा खेलों में भारत के बढ़ते प्रभुत्व की सराहना की। पैरा एथलीटों के उल्लेखनीय प्रदर्शन ने आत्मनिर्भरता और दृढ़ संकल्प के अर्थ को फिर से परिभाषित किया है, जिससे दुनिया भर के खिलाड़ियों और आम लोगों को प्रेरणा मिली है। उनकी उपलब्धियों ने एक सामूहिक विश्वास को प्रज्ज्वलित किया है कि कोई भी चुनौती आगे बढ़ने से रोक नहीं सकती है।

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पीके/केसी/आरकेजे


(रिलीज़ आईडी: 2171538) 

Tuesday, August 5, 2025

गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार लसाले में कबड्डी कप का आयोजन

From MPSK on Tuesday 5th August 2025 at 18:07 Regarding Sports 

आयोजन किया कबड्डी क्लब और शान-ए-पंजाब एसोसिएशन ने 


नई दिल्ली
: 5 अगस्त 2025: (मनप्रीत सिंह खालसा//खेल स्क्रीन)::

यंग कबड्डी क्लब और शान-ए-पंजाब एसोसिएशन मॉन्ट्रियल द्वारा रविवार को कनाडा के मॉन्ट्रियल स्थित गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार लसाले के मैदान में कबड्डी कप का आयोजन किया गया। इस टूर्नामेंट में नामी-गिरामी खिलाड़ियों ने भाग लेकर इसे यादगार बना दिया। हज़ारों दर्शकों ने इस टूर्नामेंट में शिरकत की। 

टूर्नामेंट की शुरुआत गुरु साहिब की अरदास (प्रार्थना) से हुई, जिसके बाद खालसा राष्ट्रगान और कनाडा का राष्ट्रगान गाया गया। गुरुद्वारा साहिब के सचिव सरदार जसविंदर सिंह ने कहा कि यह टूर्नामेंट शहीदों को समर्पित था और टूर्नामेंट समिति ने इसे बेहद सुव्यवस्थित तरीके से आयोजित किया था, जिसकी दर्शकों ने खूब सराहना की और आयोजकों का उत्साहवर्धन किया। 

इस कप की विजेता टीम यूनाइटेड क्लब ब्रॉम्प्टन रही और दूसरे स्थान पर ओंटारियो क्लब रहा। विजेता टीम को पहला पुरस्कार निशान ट्रांसपोर्ट के मालिक राजविंदर सिंह और ओटीटी के मालिक परमिंदर सिंह पगली ने दिया और दूसरे स्थान पर रही टीम को काहिरा ट्रांसपोर्ट और जेबीएम ट्रांसपोर्ट के बलराज सिंह ढिल्लों और जतिंदर सिंह मुल्तानी ने पुरस्कार दिया। संदीप ललिया और माने ललिया को कबड्डी का खेल अच्छा खेलने के लिए नरिंदर सिंह मिन्हास ने स्वर्ण पदक दिए और सुखमिंदर सिंह हंसरा द्वारा सिख समुदाय के लिए किए गए कार्यों को मान्यता देते हुए उनके बेटों हरप्रीत सिंह हंसरा और जस्सी हंसरा को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया गया। 

इस टूर्नामेंट में ज्ञानी हरिंदर सिंह अलवर को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया। इस टूर्नामेंट में, मिसल मॉन्ट्रियल के बच्चों ने अपने गतका कौशल दिखाए जो आकर्षण का केंद्र रहे। टूर्नामेंट समिति और गुरु घर समिति ने बच्चों को विशेष रूप से सम्मानित किया और सुरजीत सिंह भाऊ ने बच्चों को वैंकूवर गतका कप जीतने पर बधाई दी। 

शान-ए-पंजाब के अध्यक्ष नरिंदर सिंह मिन्हास, कबड्डी प्रमोटर परमिंदर सिंह पगली, बलराज सिंह ढिल्लों, जतिंदर सिंह मुल्तानी, गरदीप जंदू, राजवीर सिंह मिन्हास, सरबजीत सिंह मिन्हास ने सभी प्रायोजकों और विशेष रूप से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का धन्यवाद किया, जिनके सहयोग से यह टूर्नामेंट सफल रहा। अंत में, आयोजकों ने टूर्नामेंट के यादगार आयोजन के लिए गुरु साहिब का धन्यवाद किया।

Tuesday, June 3, 2025

हरचंद सिंह बरसट ने टी -20 क्रिकेट टूर्नामेंट में खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया

Govt. News From PMB on 3rd June 2025 at 5:19 PM Regarding Sports Activities

कहा-खेल शारीरिक और मानसिक विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं

*पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन ने पहले अखिल भारतीय राज्य कृषि विपणन बोर्ड टी -20 क्रिकेट टूर्नामेंट में विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया

एस.ए.एस. नगर (मोहाली): 3 जून 2025: (मीडिया लिंक रविंदर//खेल स्क्रीन डेस्क)::

खेल हमारे शारीरिक और मानसिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और शरीर को चुस्त-दुरुस्त और मजबूत बनाते हैं। खेल व्यक्ति को चुस्त-दुरुस्त रखते हैं , जिससे बीमारियों से बचाव होता है। यह विचार पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट ने अखिल भारतीय राज्य कृषि विपणन बोर्ड टी -20 क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान व्यक्त किए ।

हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की ओर से पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में आयोजित टी-20 क्रिकेट टूर्नामेंट में पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन हरचंद सिंह बरसट ने विशेष अतिथि के रूप में शिरकत की । इस दौरान बरसट ने सभी खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया और अच्छे प्रदर्शन की कामना की। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट में भाग लेने वाली सभी टीमों ने कड़ी मेहनत की है , जो सराहनीय है। हार-जीत तो खेल का हिस्सा है , लेकिन असली जीत तब होती है जब हर कोई जुनून के साथ खेले और अपना सर्वश्रेष्ठ दे।

पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन ने कहा कि खेल जहां मन को शांति प्रदान करते हैं , वहीं तनाव और चिंता को कम करते हैं और एकाग्रता बढ़ाते हैं। साथ ही टीम वर्क और अनुशासन भी विकसित करते हैं। उन्होंने सभी से अपील की कि वे खुद को और अपने बच्चों को खेलों में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करें। टूर्नामेंट में पंजाब मंडी बोर्ड की टीम ने जीत के साथ शुरुआत की और उत्तराखंड मार्केटिंग बोर्ड की टीम को 10 विकेट से हराया। सरदार हरचंद सिंह बरसट ने पंजाब मंडी बोर्ड की टीम को मैच जीतने पर बधाई दी और भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर मंडी बोर्ड के अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।

Sunday, May 25, 2025

दिल्ली में फिट इंडिया संडेज की रही धूम

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय//25th May 2025 at 6:42 PM by PIB Delhi

केन्द्रीय मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने मीडिया बिरादरी के साथ साइकिल चलाई

पत्रकार अग्रिम पंक्ति के योद्धा, उनके लिए भी फिटनेस ज़रूरी: डॉ. मनसुख मांडविया


नई दिल्ली: 25 मई 2025:(पीआईबी-दिल्ली//खेल स्क्रीन डेस्क) ::

फिटनेस आज के दौर में पहले से अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। सत्ता से जुड़े लोग भी इस तरफ विशेष ध्यान दे रहे हैं। खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया को नई दिल्ली में साईकल चलाते देख कर काम से कम यही लग रहा था। विशेष बात यह कि दिल्ली का खराब मौसम भी उन 300 से अधिक फिटनेस समर्थकों की ऊर्जा को नहीं रोक सका, जिन्होंने 25 मई, 2025 को नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में युवा कार्य और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया के साथ साइकिल चलाई। श्री मांडविया रविवार को विशेष अतिथि के रूप में पत्रकारों और मीडिया बिरादरी के सदस्यों के साथ साइकिल चलाने के उत्साहपूर्ण संस्करण में शामिल हुए।

पत्रकार भी आम लोगों के साथ सक्रिय रहे। इस कार्यक्रम में दिल्ली पत्रकार संघ, दिल्ली खेल पत्रकार संघ, एथलीट और नागरिकों ने हिस्सा लिया। इसमें चार किलोमीटर की राइड शामिल थी, जिसमें मीडियाकर्मियों ने इस अनुभव को “चेतावनी” बताया।

इस अवसर पर डॉ. मनसुख मांडविया ने अपने संबोधन में कहा, “मुझे खुशी है कि आज रविवार को बारिश के बावजूद साइकिल पर यह अभियान सफल रहा। हमारे पत्रकार मित्रों ने पूरे जोश के साथ भाग लिया और यह देखना वाकई उत्साहवर्धक है। पत्रकारों की दिनचर्या कभी भी शांतिपूर्ण नहीं होती- वे दिन-रात काम करते हैं। हम हर सुबह जो सुर्खियाँ पढ़ते हैं, वे रात भर उनके अथक प्रयासों का परिणाम हैं। इस महत्वपूर्ण कार्य को जारी रखने के लिए, फिट रहना बहुत ज़रूरी है। इसीलिए मैंने उन्हें आमंत्रित किया- आभार व्यक्त करने के लिए और सभी को धीरे से यह याद दिलाने के लिए कि साइकिल चलाना या किसी तरह की फिटनेस अपनाना जरूरी है।"

दिल्ली वालों पर यादगारी छाप छोड़ने वाले इस ख़ास कार्यक्रम में पत्रकारों के साथ शामिल, ताइक्वांडो एशियाई चैंपियनशिप की पदक विजेता एथलीट सुश्री रोडाली बरुआ ने कहा, "आज यहाँ मेरा अनुभव बहुत बढ़िया रहा। फिट इंडिया मूवमेंट और स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया की पहल, संडे ऑन साइकिल, स्वस्थ और सक्रिय रहने का एक शानदार तरीका है। मेरा हमेशा से मानना ​​रहा है कि स्वस्थ जीवन की कुंजी नियमित फिटनेस है। फिट रहने के लिए हर किसी को हर दिन कम से कम आधे घंटे तक टहलना चाहिए - और अब मैं देख रही हूँ कि साइकिल चलाना भी उतना ही जबरदस्त अनुभव है! जंक फूड से बचें, चलते रहें और फिट रहें," जो हुईं।

मीडिया के लिए भी यह एक यादगारी मौका था। दिल्ली पत्रकार संघ के अध्यक्ष श्री राकेश थपलियाल ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, "मंत्री द्वारा आमंत्रित किया जाना एक अद्भुत अनुभव था। बारिश और हमारे देर रात तक काम करने के बावजूद, इतने सारे पत्रकार आए - यह साबित करता है कि फिटनेस आनन्ददायक हो सकती है। साइकिल चलाने जैसा सिर्फ़ एक घंटे का कार्य स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और चिकित्सा व्यय को कम करने में काफ़ी मददगार हो सकता है।"

इस मौके पर दिल्ली स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री अभिषेक त्रिपाठी ने कहा कि डॉ. मनसुख मांडविया के साथ रविवार को साइकिल चलाना एक वास्तविकता थी, "सिर्फ़ 3-4 किलोमीटर की साइकिलिंग ने हममें से कई लोगों की साँस फूलने पर मजबूर कर दिया! इसने हमें याद दिलाया कि फिटनेस कितनी महत्वपूर्ण है, खासकर मीडिया पेशेवरों के लिए जो हमेशा व्यस्त रहते हैं। साइकिल चलाना न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी बहुत अच्छा है।"

दिल्ली की मीडिया सुर्खियों से लेकर अगरतला की शाही सड़कों तक, साइकिल चलाने के आंदोलन की गूंज पूरे भारत के विभिन्न स्थानों पर सुनाई दी, और इसमें सैकड़ों प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।

मुख्य अतिथि के रूप में त्रिपुरा के राज्यपाल के नेतृत्व में 120 से अधिक साइकिल सवारों ने उज्जयंत पैलेस से रैली निकाली। मंत्री श्री टिंकू रॉय, युवा कार्य और खेल निदेशक श्री एस.बी. नाथ और एसएआई के क्षेत्रीय निदेशक जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सामुदायिक सवारी में शामिल हुए - यह एक स्वस्थ, एकीकृत त्रिपुरा के लिए एक प्रतीकात्मक प्रयास था। साइकिल मेयर श्री गोपेश देबनाथ ने कहा, "हमें इस आंदोलन का हिस्सा बनने का सम्मान मिला," जिन्होंने अपने अगरतला साइक्लोहोलिक्स फाउंडेशन के साथ सवारी का नेतृत्व किया।

एसएआई एसटीसी बेंगलुरु में मीडिया फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और सचिव श्री अरुण शर्मा और सुश्री अमिता शर्मा के साथ 70 मीडियाकर्मी साइकिल रैली में शामिल हुए। साइकिल रैली में पहियों की गति और चर्चाओं के साथ इस बात पर जोर दिया गया कि एक स्वस्थ भारत की शुरुआत अच्छी जानकारी और प्रेरित मीडिया से होती है।

कोकराझार संस्करण में एसएआई एसटीसी से बोडोलैंड सचिवालय तक छह किलोमीटर का सुंदर मार्ग शामिल था, जिसे प्रेस क्लब कोकराझार के श्री प्रीतम ब्रह्म चौधरी और श्री सूरज बसुमतारी ने हरी झंडी दिखाई। इस कार्यक्रम में पूर्व अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी श्रीमती बिबरी ब्रह्मा ने भी भाग लिया, जिससे साइक्लिंग में खेल की प्रतिष्ठा बढ़ गई।

मामूली उपस्थिति के बावजूद, एसटीसी रायपुर कार्यक्रम में 35 उत्साही प्रतिभागी शामिल हुए, जिनमें मीडिया एसोसिएशन ऑफ इंडिया के राज्य सचिव श्री पी.के. राव और भारतीय राष्ट्रीय पत्रिका संघ के राज्य अध्यक्ष श्री मनोहर सिंह भी शामिल थे।

दिसम्बर 2024 में शुरूआत के बाद से अब तक यह साइकिलिंग पहल 5,500 से अधिक स्थानों पर तीन लाख से अधिक नागरिकों तक पहुंच चुकी है। सोशल मीडिया पर सुश्री सानिया मिर्जा, श्री मिलिंद सोमन, श्री इमरान हाशमी, श्री जॉन अब्राहम, श्री इम्तियाज अली, श्री शंकर महादेवन और श्री दारा सिंह सहित कई प्रतिष्ठित लोगों के समर्थन की चर्चा हो रही है, जो रोजमर्रा की फिटनेस के लिए प्रेरित करने के लिए अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।

नीति निर्माताओं, एथलीटों और नागरिक समाज से बढ़ते समर्थन के साथ, रविवार को साइकिल चलाना लोगों के दिलों और सुर्खियों में बना हुआ है - शहरों को साइकिलिंग कॉरिडोर और नागरिकों को स्वास्थ्य राजदूतों में बदल रहा है। बारिश हो या धूप, ऐसे आयोजनों से पता चलता है कि फिटनेस किसी मौसम का इंतजार नहीं करती है।

*****//एमजी/केसी/केपी//(रिलीज़ आईडी: 2131201)

Friday, December 20, 2024

युवाओं को सशक्त बनाया जाएगा

युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय//प्रविष्टि तिथि: 20 DEC 2024 at 8:23 PM by PIB Delhi//Azadi ka Amrit Mahotsav

खेलों को पुनर्जीवित करने का भी संकल्प

राज्य मंत्री रक्षा खडसे ने प्रेस वार्ता में सरकार की पहलों पर प्रकाश डाला

नई दिल्ली: 20 दिसंबर 2024:(पीआईबी दिल्ली//खेल स्क्रीन)::

फाईल फोटो 
युवा कार्यक्रम और खेल मामलों की केंद्रीय राज्यमंत्री, श्रीमती रक्षा खडसे ने आज नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने युवाओं के लिए भारत सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न पहलों पर चर्चा की। साथ ही खेल क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा भी की। प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं:

2014 के बाद से भारत ने युवा सशक्तिकरण में अभूतपूर्व प्रगति की है। रोजगार सृजन, MSME को समर्थन, स्टार्टअप्स को बढ़ावा, अर्थव्यवस्था का औपचारिकरण, अनुसंधान और विकास को प्रोत्साहन, कौशल विकास, खेल उत्कृष्टता और फिटनेस को बढ़ावा जैसे प्रमुख क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। ये पहल "सबका साथ, सबका विकास" और "आत्मनिर्भर भारत" की दृष्टि के अनुरूप हैं, जो 2047 तक एक विकसित भारत की नींव रखती हैं।

मुख्य बिंदु:

युवा विकास प्राथमिकताएं:

केंद्रीय बजट 2024-25 में कौशल विकास, इंटर्नशिप और रोजगार सृजन के लिए ₹3,442.32 करोड़ का आवंटन किया गया, जो 2013-14 के ₹1,219 करोड़ से तीन गुना अधिक है।

राष्ट्रीय युवा नीति 2014 ने 2030 तक युवाओं की पूरी क्षमता का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए एक सशक्त ढांचा प्रदान किया।

रोज़गार और कौशल विकास:

2023-24 में बेरोजगारी दर घटकर 3.2% हो गई।

PMKVY (प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना) और DDU-GKY (दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना) जैसी पहलों ने लाखों युवाओं को प्रशिक्षित किया और महत्वपूर्ण रोजगार परिणाम दिए ।

जुलाई 2024 में ईपीएफओ (EPFO) ने 19.94 लाख नए सदस्यों को जोड़ते हुए रिकॉर्ड वृद्धि हासिल की।

18-25 आयु वर्ग में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई, जिसमें जुलाई 2024 में 8.77 लाख नए सदस्य जुड़े। यह इस आयु वर्ग में अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है और संगठित कार्यबल में युवाओं, विशेष रूप से पहली बार नौकरी करने वालों, के प्रवेश की प्रवृत्ति को दर्शाता है।

जुलाई 2024 में 3.05 लाख नई महिला सदस्य ईपीएफओ से जुड़ीं, जो साल-दर-साल 10.94% की वृद्धि को दर्शाती है।

राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में महाराष्ट्र ने कुल 20.21% नए सदस्यों के योगदान के साथ प्रथम स्थान हासिल करा ।

आर्थिक और स्टार्टअप विकास:

भारत अब 1.4 लाख मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स और 117 यूनिकॉर्न के साथ दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब है।

PMMY (प्रधानमंत्री मुद्रा योजना) और स्टैंड-अप इंडिया जैसी योजनाओं ने महिलाओं और हाशिए पर रहने वाले समुदायों के उद्यमियों को सशक्त किया ।

खेल और फिटनेस:

2024 के एशियाई खेलों में 107 पदकों के साथ ऐतिहासिक प्रदर्शन।

खेलो इंडिया और TOPS कार्यक्रमों में बढ़े हुए निवेश ने ओलंपिक (6 पदक) और पैरालंपिक (29 पदक)  सफलता में योगदान दिया।

खेलो इंडिया बजट 596 करोड़ से बढ़ाकर 900 करोड़ किया गया ।

महिला सशक्तिकरण:

नारी शक्ति अधिनियम और सुकन्या समृद्धि योजना जैसी पहलों ने लैंगिक समानता के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को मजबूत किया ।

भारत की युवा-केंद्रित नीतियां और पहल एक मजबूत और समावेशी पारिस्थितिकी तंत्र को प्रोत्साहित करती हैं, जिससे हर युवा भारतीय राष्ट्र निर्माण में योगदान कर सके।

***//HP//(रिलीज़ आईडी: 2086643)

Thursday, November 28, 2024

एथलीटों को वित्तीय सहायता

प्रविष्टि तिथि: 28 NOV 2024 at 5:08 PM by PIB Delhi

कोर ग्रुप के एथलीटों को प्रति माह 50,000 रुपये की दर से (ओपीए) का भुगतान

नई दिल्ली: 28 नवंबर 2024: (पीआईबी दिल्ली//खेल स्क्रीन डेस्क)::

संकेतक तस्वीर Pexel से रवि रौशन 
भारत सरकार विभिन्न योजनाओं/कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष वित्तीय सहायता प्रदान करके एथलीटों को खेल को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है:

1  खेलो इंडिया योजना के अंतर्गत  “खेलो इंडिया केंद्र और खेल अकादमियों” के लिए योजना में पहचानी गई प्रतिभाओं को मान्यता प्राप्त खेलो इंडिया अकादमियों में शामिल होने का विकल्प दिया जाता है। इसमें प्रशिक्षण व्यय, कोचिंग, प्रतियोगिताओं के प्रदर्शन, शिक्षा, उपकरण सहायता, वैज्ञानिक सहायता के लिए प्रति वर्ष 6लाख 28 हज़ार रूपये  [10,000/- रूपये प्रति माह आउट ऑफ़ पॉकेट अलाउंस (ओ पी ए)] सहित वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाती है। साथ ही खेलो इंडिया योजना के खेलो इंडिया केंद्र के अंतर्गत पूर्व चैंपियन एथलीटों को खेलो इंडिया केंद्रों (केआईसी) में युवा एथलीटों के लिए कोच/संरक्षक के रूप में नियुक्त किया जाता है। जो इन एथलीटों को प्रशिक्षित करते हैं और साथ ही केआईसी को स्वायत्त तरीके से या राज्य/संघ राज्य क्षेत्र के खेल विभाग के समर्थन से चलाते हैं।

2  टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (टॉप्स) के अंतर्गत सरकार भारत के शीर्ष एथलीटों को ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों की तैयारियों के लिए सहायता प्रदान करती है। चयनित एथलीटों को राष्ट्रीय खेल विकास कोष (एनएसडीएफ) से अनुकूलित प्रशिक्षण और अन्य सहायता के लिए वित्त पोषण किया जाता है जो मंत्रालय की सामान्य योजनाओं के तहत उपलब्ध नहीं है। कोर ग्रुप के एथलीटों को प्रति माह 50,000 रुपये की दर से आउट ऑफ पॉकेट भत्ता (ओपीए) का भुगतान किया जाता है। ओपीए के अलावा, खिलाड़ी द्वारा प्रस्तुत प्रशिक्षण योजना का पूरा खर्च, मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) द्वारा विचार और अनुमोदित किया जाता है और टॉप्स के अंतर्गत पूरा किया जाता है। टॉप्स डेवलपमेंट ग्रुप के एथलीट को 25,000/- रूपये का ओपीए मिल रहा है।

3 राष्ट्रीय खेल महासंघों (एएनएसएफ) को सहायता योजना के अंतर्गत राष्ट्रीय खेल महासंघों (एनएसएफ) को एथलीटों के प्रशिक्षण के लिए वित्तीय सहायता दी जाती है।  इसमें प्रशिक्षण, अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में भागीदारी, राष्ट्रीय चैंपियनशिप का आयोजन, भारत में अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंटों का आयोजन, विदेशी प्रशिक्षकों/सहायक कर्मचारियों की नियुक्ति, वैज्ञानिक और चिकित्सा सहायता के लिए सभी अपेक्षित सहायता शामिल है।

4  पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय कल्याण कोष (पीडीयूएनडब्ल्यूएफएस) योजना के अंतर्गत सरकार खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, खेल उपकरणों की खरीद, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में भागीदारी के लिए गरीबी में रहने वाले खिलाड़ियों को प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता (2.50 लाख रूपये तक) प्रदान करती है।

5 सरकार उत्कृष्ट खिलाड़ियों को एक सुनिश्चित मासिक आय प्रदान करने के उद्देश्य से मेधावी खिलाड़ियों को पेंशन की योजना के माध्यम से खेलों से उनकी सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सहायता प्रदान करती है। वर्त्तमान योजना के तहत पात्र पूर्व खिलाड़ियों को ₹12,000/- से लेकर ₹20,000/- तक की मासिक पेंशन प्रदान की जाती है।

6  सरकार ने आर ई एस ई टी कार्यक्रम शुरू किया है, जिसका उद्देश्य सेवानिवृत्त खिलाड़ियों को एक अलग करियर के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करना है। यह कार्यक्रम लक्ष्मीबाई राष्ट्रीय शारीरिक शिक्षा संस्थान (एलएनआईपीई) के सहयोग से कार्यान्वित किया जा रहा है और स्व-गति ऑनलाइन शिक्षा, ऑन-ग्राउंड प्रशिक्षण और इंटर्नशिप का संयोजन प्रदान कर रहा है। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को सफलतापूर्वक पूरा होने पर प्लेसमेंट सहायता और उद्यमशीलता मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

7 अंतर्राष्ट्रीय खेल आयोजनों में पदक विजेताओं और उनके कोचों को नकद पुरस्कार की योजना के अंतर्गत सरकार उत्कृष्ट खिलाड़ियों को उच्च उपलब्धियों के लिए प्रोत्साहित करने और प्रेरित करने और युवा पीढ़ी को खेलों को अपनाने के लिए प्रेरित करने के लिए नकद पुरस्कार प्रदान करती है। इस योजना के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 20,000/- से लेकर 75,00,000/- रूपये तक का नकद पुरस्कार दिया जाता है।

8 उपरोक्त योजनाओं के अलावा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतने वाले एथलीटों/खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिए, सरकार हर साल मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार, अर्जुन पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कार जैसी विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत राष्ट्रीय खेल पुरस्कार भी प्रदान करती है।

यह जानकारी केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज राज्यसभा में एक लिखित उत्तर में दी।

 *****//एमजी/ केसी/एसके//(रिलीज़ आईडी: 2078668)