Posted on: 01 OCT 2024 3:05 PM by PIB Delhi युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय Azadi ka Amrit mahotsavg20-India-2023
केंद्रीय खेल मंत्री डा, मनसुख मांडविया करेंगे अभियान का नेतृत्व
2 अक्टूबर को भारत के तटीय क्षेत्रों में सिंगल-यूज़ प्लास्टिक को हटाने के लिए 1,000 स्थानों पर माई भारत के 1,00,000 से अधिक युवा स्वयंसेवक जुटेंगे
स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत, माई भारत के 56 लाख से अधिक युवा स्वयंसेवकों ने पूरे भारत में लाखों किलोग्राम कचरा हटाया
नई दिल्ली: 01 अक्टूबर 2024:(PIB Delhi//खेल स्क्रीन डेस्क)::
![]() |
X का सबंधित लिंक यहां है |
डॉ. मांडविया युवाओं की अगुवाई वाली पर्यावरण संरक्षण संबंधी गतिविधियों को बढ़ावा देने में सबसे आगे रहे हैं। वे महात्मा गांधी की जन्मस्थली के रूप में चर्चित ऐतिहासिक महत्व के स्थल पोरबंदर में स्वच्छता अभियान की शुरुआत करेंगे। केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया की भागीदारी पर्यावरण संरक्षण के लिए सतत परंपरराओं के प्रति प्रतिबद्धता को उजागर करती है। यह अभियान स्वच्छ और सिंगल-यूज़ प्लास्टिक मुक्त भारत के दृष्टिकोण के निर्माण के अनुरूप है।
युवा मामलों के विभाग के अंतर्गत माई भारत ने इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई है। इसमें स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण संबंधी जिम्मेदारी को बढ़ावा देने में युवाओं की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित किया गया है। माई भारत के युवा स्वयंसेवकों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर तटीय स्वच्छता अभियान 2 अक्टूबर, 2024 को स्वच्छ भारत दिवस के अवसर पर संपन्न होगा।
इस अभियान के अंतर्गत भारत के विशाल 7,500 किलोमीटर के तटीय क्षेत्र में 1,000 से अधिक स्थानों पर स्वच्छता का उद्देश्य है। इसमें विशेष रूप से सिंगल-यूज़ प्लास्टिक के संग्रह, उन्हें अन्य कचरों से अलग करने और निपटान पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। माई भारत के 1,00,000 से अधिक स्वयंसेवक इस राष्ट्रव्यापी समुद्र तट स्वच्छता अभियान में भाग लेंगे। इस अभियान के माध्यम से दीर्घकालिक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक कार्रवाई की शक्ति प्रदर्शित होगी।
केंद्रीय मंत्री डॉ. मांडविया ने सभी तटीय ज़िलों के सांसदों को पत्र लिखकर उनसे स्वच्छता ही सेवा अभियान में भाग लेने का आग्रह किया है।
इस वर्ष स्वच्छता ही सेवा अभियान को पहले ही अभूतपूर्व सफलता मिली है। इसमें 30 सितंबर, 2024 तक 56 लाख से अधिक माई भारत के युवा स्वयंसेवक सक्रिय रूप से देश भर में लाखों किलोग्राम कचरे को हटाने में जुटे रहे हैं। स्वच्छता के ये प्रयास 1 लाख से अधिक गांवों 15,000 से अधिक सामुदायिक केंद्रों, 9,501 अमृत सरोवरों और विभिन्न ऐतिहासिक और सार्वजनिक स्थानों तक में हो रहे हैं।
यह ऐतिहासिक पहल स्वच्छ भारत मिशन के प्रति युवाओं के समर्पण को दर्शाती है, और भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्रभावशाली उदाहरण प्रस्तुत करती है। तटीय स्वच्छता का प्रयास इस महात्मा गांधी के सपने से जुड़े उस संदेश की पुष्टि करता है कि स्वच्छ भारत की शुरुआत सामूहिक कार्रवाई से होती है।
******//एमजी/आरपीएम/केसी/केके/एनजे//(रिलीज़ आईडी: 2060677)