Friday, September 6, 2024

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने याद किया हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को

Posted on: 06 SEP 2024 10:59AM by PIB Delhi//युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय//azadi ka amrit mahotsavg20-india-2023

जयंती के अवसर पर किया "खेल उत्सव 2024" का आयोजन

 मंत्रालय के 200 से अधिक अधिकारियों और कर्मचारियों ने जोश एवं उत्साह के साथ भाग लिया

नई दिल्ली: 06 सितंबर 2024: (पीआई बी दिल्ली//खेल स्क्रीन डेस्क)::

मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के राष्ट्रीय खेल दिवस 2024 समारोह के अनुसरण में, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने 27 अगस्त, 2024 से 30 अगस्त, 2024 तक मेजर ध्यानचंद स्टेडियम और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, नई दिल्ली में "खेल उत्सव 2024" का आयोजन किया।

अपने पहले संस्करण में मंत्रालय ने चार खेलों अर्थात क्रिकेट, हॉकी, बैडमिंटन और टेबल टेनिस में टूर्नामेंट आयोजित किए। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए मंत्रालय के 200 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी पूर्ण जोश और उत्साह के साथ इसमें शामिल हुए। मंत्रालय का लक्ष्‍य खेल उत्सव के आगामी संस्करणों में और अधिक खेलों को शामिल करना है।

मेजर ध्यानचंद ट्रॉफी का वितरण समारोह 4 सितंबर, 2024 को नई दिल्‍ली स्थित शास्त्री भवन के पत्र सूचना कार्यालय के कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित किया गया। ट्रॉफी वितरण समारोह के अवसर पर, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव श्री संजय जाजू और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

***//एमजी/एआर/एसएस/ओपी//(रिलीज़ आईडी: 2052446)

Monday, September 2, 2024

गोल्डन पंच > डॉ. बलवंत सिंह संधू द्वारा लिखित एक बॉक्सिंग खेल उपन्यास

 रविवार 1 सितंबर 2024 रात्रि 11:37 बजे

लुधियाना कॉलेज एलुमनाई एसोसिएशन ने दी इस बॉक्सिंग नॉवेल के लिए दी बधाई 


लुधियाना: 01 सितंबर 2024: (*ब्रिज भूषण गोयल//खेल स्क्रीन)::

ऐसे क्षेत्र में जहां भारत में खेल लेखकों की कमी है और प्रतिस्पर्धी खेलों में देश के एथलीटों और खिलाड़ियों का प्रदर्शन अभी भी चीन, जापान, इंग्लैंड, अमेरिका आदि के बराबर नहीं है, प्रिंसिपल डॉ. बलवंत सिंह जैसे कुछ उत्साही खेल प्रेमी और शिक्षाविद् हैं। संधू जो अपने खेल लेखन के माध्यम से आशा को जीवित रखे हुए हैं जो हमेशा युवाओं को प्रेरित करता है।

उनकी नवीनतम उपलब्धि में, डॉ. संधू की पुस्तक गोल्डन पंच - प्रसिद्ध पंजाबी-भारतीय मुक्केबाज कौर सिंह के जीवन पर आधारित एक प्रेरणादायक खेल उपन्यास है, जो अब एक शैक्षणिक घटक है, जब इसे गुरु नानक में बैचलर ऑफ फिजिकल एजुकेशन के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा। देव विश्वविद्यालय. वर्ष 2024 से 2027 तक बीपीईएस डिग्री कक्षा में पंजाबी भाषा के अनिवार्य विषय में डॉ. संधू ने महान भारतीय मुक्केबाज कौर सिंह के जीवन को दर्शाया है, जिन्होंने पंजाब के संगरूर जिले से एक किसान के रूप में अपना करियर शुरू किया था। कौर सिंह ने पहले भारतीय सशस्त्र बलों और मुक्केबाजी में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, एशियाई खेलों और अन्य अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते, और बाद के वर्षों में खेती में लौटने से पहले उन्हें पद्म श्री और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह दिलचस्प किस्सों के साथ यात्रा को अच्छी तरह से चित्रित करता है जो उपन्यास पढ़ते समय खेल मुक्केबाजी के छल्ले और ग्रामीण क्षेत्रों को जीवंत कर देता है।

एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज के पूर्व छात्र डॉ. बलवंत सिंह संधू, जो अब श्री गुरु अंगद देव कॉलेज, खडूर साहिब, पंजाब के प्रिंसिपल हैं, लुधियाना में अपने अल्मा मेटर में एक शानदार खिलाड़ी रहे हैं। लुधियाना कॉलेज के पूर्व छात्र संघ के आयोजन सचिव बृज भूषण गोयल ने डॉ. संधू को बधाई दी है और सभी पूर्व छात्रों ने कॉलेज के एक उत्कृष्ट एथलीट पर गर्व महसूस किया है। केन्द्रीय विद्यालय उदयपुर के पूर्व प्राचार्य एवं लुधियाना कॉलेज के पूर्व छात्र एवं प्रख्यात खिलाड़ी मंजीत सिंह संधू ने कहा कि डॉ. बलवंत संधू की पुस्तकें एक अनूठा प्रयास है जिसका अन्य भाषाओं में भी अनुवाद किये जाने की आवश्यकता है। डॉ. बलवंत सिंह संधू, लेखक खडूर साहिब के एक कॉलेज में प्रिंसिपल हैं। डॉ. संधू ने 'गुमनाम चैंपियन' और 'एक पिंड दी खेल गाथा-पिंड चक्र' नाम से 2 अन्य किताबें भी लिखी हैं, जिन्हें खेल जगत ने भी काफी पसंद किया है।

* बृज भूषण गोयल एक सक्रिय समाज सुधारक, स्वतंत्र लेखक और वरिष्ठ पत्रकार होने के साथ-साथ एससीडी गवर्नमेंट कॉलेज, लुधियाना के पूर्व छात्र संघ के आयोजन सचिव भी हैं। उनका मोबाइल फोन संपर्क नंबर है: +91 94176 00666

Sunday, September 1, 2024

केंद्रीय मंत्री श्रीमती रक्षा खडसे ने महिला जूडो लीग में आत्मरक्षा पर जोर दिया

Posted on: 01 SEP 2024 4:17 PM by PIB Delhi

नासिक में अस्मिता जूडो लीग में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया

नई दिल्ली:01 सितंबर  2024:(पी आई बी दिल्ली//खेल स्क्रीन डेस्क)::

ऐसे समय में, जब महिलाओं ने देश के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान जीतने में अग्रणी भूमिका निभाई है, केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल राज्य मंत्री श्रीमती रक्षा निखिल खडसे ने महिलाओं के लिए उचित कौशल सीखकर खुद को सुरक्षित रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला है।

श्रीमती खडसे रविवार को पंचवटी के मीनाताई ठाकरे स्टेडियम में अस्मिता जूडो लीग, पश्चिमी क्षेत्र के अवसर पर लोगों को संबोधित कर रही थीं। यह लीग युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के खेल विभाग की एक पहल है, जिसे खेलो इंडिया के महिला खेल प्रभाग के तहत भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा संचालित किया जा रहा है।

अस्मिता जूडो लीग की चार श्रेणियों में कुल 800 प्रतियोगी भाग ले रहे हैं: सीनियर, जूनियर, कैडेट और सब-जूनियर। यह आयोजन 31 अगस्त को शुरू हुआ और 3 सितंबर को समाप्त होगा।

जहां यह महिलाओं को खेल खेलने का अवसर प्रदान करता है, वहीं अस्मिता लीग एक खेल गतिविधि के माध्यम से युवा महिलाओं में सामाजिक जागरूकता लाने और उनमें आत्मविश्वास की भावना पैदा करने का भी प्रयास है।

श्रीमती खडसे ने कहा कि जूडो आत्मरक्षा का कौशल सीखने का एक तरीका है। मंत्री ने कहा, "आज की दुनिया में, विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों के लिए आत्मरक्षा सीखना बहुत महत्वपूर्ण है। आज ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां आप खुद की रक्षा नहीं कर सकते।"

सभी तरह के समर्थन का वादा करते हुए उन्होंने कहा कि कम उम्र से ही आत्मरक्षा कौशल सीखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, "मंत्रालय यह सुनिश्चित करेगा कि अस्मिता कार्यक्रम महासंघों, कोचों और खिलाड़ियों को सभी तरह का समर्थन प्रदान करे। मैं शिक्षा मंत्रालय के साथ इस बात पर भी चर्चा करूंगी कि इस कार्यक्रम को सभी स्कूलों तक कैसे पहुंचाया जाए।"

महिलाओं के जूडो लीग, पश्चिमी क्षेत्र ने राजस्थान से लेकर मध्य प्रदेश तक और गोवा से लेकर दमन और दीव तक तथा अन्य राज्यों के बच्चों को भी आकर्षित किया है। केंद्रीय मंत्री ने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों को बड़ी संख्या में ऐसी गतिविधियों में भाग लेने दें।

इस महिला जूडो लीग में काफी प्रतिस्पर्धा है, क्योंकि इसमें 4.26 लाख रुपये के नकद पुरस्कार जीते जा सकते हैं।

***//एमजी/एआर/जेके/एसएस//(रिलीज़ आईडी: 2050665)